कर्मयोग को लिए साथ में जाना ख़ाली हाथ। कर्मयोग को लिए साथ में जाना ख़ाली हाथ।
कविता नहीं है यार सूचनाओं का जंगल है हमारी स्पष्ट तस्वीर है। व्यस्त चौराहे पर खड़ी कविता नहीं है यार सूचनाओं का जंगल है हमारी स्पष्ट तस्वीर है। व्यस्त...
पर धड़कनों में मेरी तेरा अहसास अब भी बाकी है। पर धड़कनों में मेरी तेरा अहसास अब भी बाकी है।
सर पर कफन बाँधता है हर भक्त खूब लहराती तिरंगे की छटा है। सर पर कफन बाँधता है हर भक्त खूब लहराती तिरंगे की छटा है।
जताना तभी तू अपनी वफ़ा को जब मुझे अपनी आखों में बसा के तू रख ले। जताना तभी तू अपनी वफ़ा को जब मुझे अपनी आखों में बसा के तू रख ले।
ये पर्व हैं प्यार और उन्नति का बोली जुआ में ना बरबाद करो। ये पर्व हैं प्यार और उन्नति का बोली जुआ में ना बरबाद करो।